तिरुवनंतपुरम: राहुल गांधी के दृढ़ संकल्प की प्रशंसा करते हुए, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के शुरुआती दिनों के दौरान, एक नाजुक स्थिति थी. पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी घुटने की गंभीर समस्या का सामना करना कर रहे थे. इसके चलते उन्हें यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि क्या उनकी जगह किसी और को यात्रा का नेतृत्व करना चाहिए. राहुल गांधी के करीबी विश्वासपात्र वेणुगोपाल ने कहा कि स्थिति ऐसी उत्पन्न हो गई थी कि प्रियंका गांधी ने भी उनसे इस विषय पर बात की थी
यह कहा प्रियंका गांधी ने…
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने केरल के भारत जोड़ो यात्रियों को सम्मानित करने के लिए शाम को केरल कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक समारोह के दौरान कहा, “कन्याकुमारी से भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने के तीसरे दिन, यात्रा के केरल में प्रवेश करने पर राहुल गांधी के घुटने का दर्द बढ़ गया था. एक रात, उन्होंने मुझे अपने घुटने के दर्द की गंभीरता के बारे में बताने के लिए बुलाया और उनकी जगह किसी और को यात्रा का नेतृत्व देकर अभियान चलाने का सुझाव दिया.” 7 सितंबर, 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा के केरल में प्रवेश करने के दौरान हुई घटनाओं के क्रम का वर्णन करते हुए, वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी के बिना भारत जोड़ो यात्रा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए “अकल्पनीय” थी. कांग्रेस महासचिव ने कहा, “इसके बाद प्रियंका गांधी का फोन आया और उन्होंने भी राहुल के घुटने के दर्द की गंभीरता के बारे में बताया. उन्होंने अभियान को अन्य वरिष्ठ नेताओं को सौंपने का सुझाव दिया.” उस क्षण वह हाथ जोड़कर खड़े हो गए और दिव्य (Divine) हस्तक्षेप के लिए प्रार्थना कर रहे थे.
…ऐसे ठीक हुआ दर्द
वेणुगोपाल ने समारोह में उपस्थित एके एंटनी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने कहा कि अंत में, राहुल गांधी द्वारा सुझाए गए एक फिजियोथेरेपिस्ट उनकी मेडिकल टीम में शामिल हो गए और उनका इलाज किया. वेणुगोपाल ने समारोह में कहा, “ईश्वर की कृपा से उनका दर्द ठीक हो गया.” राहुल गांधी के नेतृत्व में यात्रा ने 10 सितंबर को केरल में प्रवेश किया था, और यह 19 दिनों तक राज्य में घूमी थी. भारत जोड़ो यात्रा 30 जनवरी को शक्ति प्रदर्शन के साथ समाप्त हुई थी. इसमें कई दलों के नेता कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ शामिल हुए थे. राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक लगभग 4,000 किलोमीटर की अपनी महत्वाकांक्षी 145 दिवसीय यात्रा को 30 जनवरी को पूरा किया था.